Afleveringen
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क्या मैं ने तुझे आज्ञा नहीं दी? हियाव बान्धकर दृढ़ हो जा; भय न खा, और तेरा मन कच्चा न हो; क्योंकि जहां जहां तू जाएगा वहां वहां तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे संग रहेगा॥
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16 जब हम प्रार्थना करने की जगह जा रहे थे, तो हमें एक दासी मिली जिस में भावी कहने वाली आत्मा थी; और भावी कहने से अपने स्वामियों के लिये बहुत कुछ कमा लाती थी।
17 वह पौलुस के और हमारे पीछे आकर चिल्लाने लगी कि ये मनुष्य परमप्रधान परमेश्वर के दास हैं, जो हमें उद्धार के मार्ग की कथा सुनाते हैं।
18 वह बहुत दिन तक ऐसा ही करती रही, परन्तु पौलुस दु:खित हुआ, और मुंह फेर कर उस आत्मा से कहा, मैं तुझे यीशु मसीह के नाम से आज्ञा देता हूं, कि उस में से निकल जा और वह उसी घड़ी निकल गई॥
19 जब उसके स्वामियों ने देखा, कि हमारी कमाई की आशा जाती रही, तो पौलुस और सीलास को पकड़ कर चौक में प्राधानों के पास खींच ले गए।
20 और उन्हें फौजदारी के हाकिमों के पास ले जाकर कहा; ये लोग जो यहूदी हैं, हमारे नगर में बड़ी हलचल मचा रहे हैं।
21 और ऐसे व्यवहार बता रहे हैं, जिन्हें ग्रहण करना या मानना हम रोमियों के लिये ठीक नहीं।
22 तब भीड़ के लोग उन के विरोध में इकट्ठे होकर चढ़ आए, और हाकिमों ने उन के कपड़े फाड़कर उतार डाले, और उन्हें बेंत मारने की आज्ञा दी।
23 और बहुत बेंत लगवाकर उन्हें बन्दीगृह में डाला; और दारोगा को आज्ञा दी, कि उन्हें चौकसी से रखे।
24 उस ने ऐसी आज्ञा पाकर उन्हें भीतर की कोठरी में रखा और उन के पांव काठ में ठोक दिए।
25 आधी रात के लगभग पौलुस और सीलास प्रार्थना करते हुए परमेश्वर के भजन गा रहे थे, और बन्धुए उन की सुन रहे थे।
26 कि इतने में एकाएक बड़ा भुईडोल हुआ, यहां तक कि बन्दीगृह की नेव हिल गईं, और तुरन्त सब द्वार खुल गए; और सब के बन्धन खुल पड़े।
27 और दारोगा जाग उठा, और बन्दीगृह के द्वार खुले देखकर समझा कि बन्धुए भाग गए, सो उस ने तलवार खींचकर अपने आप को मार डालना चाहा।
28 परन्तु पौलुस ने ऊंचे शब्द से पुकारकर कहा; अपने आप को कुछ हानि न पहुंचा, क्योंकि हम सब यहां हैं।
29 तब वह दीया मंगवाकर भीतर लपक गया, और कांपता हुआ पौलुस और सीलास के आगे गिरा।
30 और उन्हें बाहर लाकर कहा, हे साहिबो, उद्धार पाने के लिये मैं क्या करूं?
31 उन्होंने कहा, प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास कर, तो तू और तेरा घराना उद्धार पाएगा।
32 और उन्होंने उस को, और उसके सारे घर के लोगों को प्रभु का वचन सुनाया।
33 और रात को उसी घड़ी उस ने उन्हें ले जाकर उन के घाव धोए, और उस ने अपने सब लोगों समेत तुरन्त बपतिस्मा लिया।
34 और उस ने उन्हें अपने घर में ले जाकर, उन के आगे भोजन रखा और सारे घराने समेत परमेश्वर पर विश्वास करके आनन्द किया॥ -
Zijn er afleveringen die ontbreken?
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Matthew 5 : 13-1613 तुम पृथ्वी के नमक हो; परन्तु यदि नमक का स्वाद बिगड़ जाए, तो वह फिर किस वस्तु से नमकीन किया जाएगा? फिर वह किसी काम का नहीं, केवल इस के कि बाहर फेंका जाए और मनुष्यों के पैरों तले रौंदा जाए।14 तुम जगत की ज्योति हो; जो नगर पहाड़ पर बसा हुआ है वह छिप नहीं सकता।15 और लोग दिया जलाकर पैमाने के नीचे नहीं परन्तु दीवट पर रखते हैं, तब उस से घर के सब लोगों को प्रकाश पहुंचता है।16 उसी प्रकार तुम्हारा उजियाला मनुष्यों के साम्हने चमके कि वे तुम्हारे भले कामों को देखकर तुम्हारे पिता की, जो स्वर्ग में हैं, बड़ाई करें॥------------------------------------------------------------------*Special thanks to Mr. Lalsangzuala Fanai ( Pastor Pura) webi Baptist Church, mayabunder, Andaman.---------------------------------------------------------------------watch my other videos -Matthew 7:7&8-https://youtu.be/C15QtWZK3z4Ephesians 6: 11-18 https://youtu.be/7RQDmEkiCW42 Corinthians 5:17https://youtu.be/7RQDmEkiCW4Pslam 51:2https://youtu.be/UHGEpfmgCqAPslam 103https://youtu.be/tLeT1DlcTIUJhon 11: 1-44https://youtu.be/OFFosqPFaCAMattheQw 24:42https://youtu.be/fw4j2l9GpAIJeremiah 29:11https://youtu.be/Rd_rhTLOwLcJohn 3:16https://youtu.be/8AL3gamCiI0Matthew 14: 13-33https://youtu.be/W1PDScDRyhsJames 4:10https://youtu.be/_Ys1j06ZIuYJesus Christ birth storyhttps://youtu.be/YX1wddWaRv0Hebrew 6:14https://youtu.be/HZ5jjTv3EU46 Bible Verses For Success In Lifehttps://youtu.be/IzHr80CM9rYYakub 1:2-6https://youtu.be/SOow93qDJssPsalm 125: 1-2https://youtu.be/GrEfpSmMMkE10 commandments of Godhttps://youtu.be/CtWDOcfQkdI
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10 आदेश जो परमेश्वर ने मानवता के लिये भेजे
पहला आदेश – तुम्हें मेरे अतिरिक्त किसी अन्य देवता को नहीं मानना चाहिए
दूसरा आदेश – किसी भी प्रकार की मूर्ति की पूजा मत करो, उसके आगे मत झुको
तीसरा आदेश – अपने परमेश्वर यहोवा के नाम का उपयोग तुम्हें गलत ढंग से नहीं करना चाहिए,
चौथा आदेश – सब्त को एक विशेष दिन के रूप में मानो
पांचवा आदेश – अपनी माता और अपने पिता का आदर करो
छठा आदेश – तुम्हें किसी व्यक्ति की हत्या नहीं करनी चाहिए
सातवां आदेश – तुम्हें व्यभिचार नहीं करना चाहिए
आठवां आदेश – तुम्हें चोरी नहीं करनी चाहिए
नौवां आदेश – तुम्हें अपने पड़ोसियों के विरुद्ध झूठी गवाही नहीं देनी चाहिए
दसवां आदेश – अपने पड़ोसी की चीज़ों को लेने की इच्छा तुम्हें नहीं करनी चाहिए -
Chaper 125: 1:2 जो यहोवा पर भरोसा रखते हैं, वे सिय्योन पर्वत के समान हैं, जो टलता नहीं, वरन सदा बना रहता है।
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Praise the Lord 🙏🙌❤️ here i will post daily an audio bible verses and its illustration. I believe my friends, you will like to hear the word of God. I ll try my best to make it better day by day. Kindly support my podcast Hindi Bible School, and give a like and share. Thanking you all 🙏😇🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❣️❣️❣️❣️