Afleveringen
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हर चुनाव में नेता अपना सोचते हैं, लेकिन वोटर सिर्फ़ अपना फ़ायदा देखता है. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे चौंकाने वाले रहे—27 साल बाद बीजेपी की वापसी, AAP विपक्ष में, और कांग्रेस स्थिर. अब सवाल ये है कि बीजेपी बिना CM फेस के कैसे जीती? AAP के वोटर्स क्यों खिसक गए? केजरीवाल की कौन सी चाल फेल हुई? और बीजेपी के लिए आगे का रास्ता कितना मुश्किल? इन्हीं सवालों पर चर्चा के लिए हमारे साथ हैं सीनियर जर्नलिस्ट राजदीप सरदेसाई. ‘पढ़ाकू नितिन’ में आज होगी गहरी पड़ताल!
Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. -
Video Episode- https://youtu.be/AjcfY2ZD8Us
जादू को हमने कई रूपों में महसूस किया है—लता मंगेशकर की आवाज़, सचिन तेंदुलकर के कवर ड्राइव, या निर्मल वर्मा की लेखनी में. आज हमारे साथ एक ऐसे ही ‘जादूगर’ हैं, जो एक हिप्नोथैरेपिस्ट भी हैं. ये लोगों सिर्फ़ लोगों को हैरान करते हैं, बल्कि उनकी भावनात्मक चोटें भी भरते हैं और पर्चा बनाने वाले ‘दिव्य आत्माओं’ की सच्चाई उजागर करते हैं. इस एपिसोड में हमने रविंद्र से जाना कि सम्मोहन को लेकर कौन-कौन सी ग़लतफ़हमियाँ हैं, किसे सम्मोहित किया जा सकता है और किसे नहीं, साथ ही ये थैरेपी की तरह कैसे काम करता है. खास बात ये है कि पहली बार पढ़ाकू नितिन में लाइव ऑडियंस भी इसका अनुभव ले रही है!
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Zijn er afleveringen die ontbreken?
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पिछले एपिसोड में डॉ. मिनाक्षी जैन ने बताया कि सती प्रथा, बाबरी मस्जिद के नीचे मिले प्रमाण और हिंदवी भाषा को कैसे बदला गया. इस एपिसोड में वे गुजरात के व्यापारी की कहानी बताती हैं, जिसने मंदिर पर हमले के विरोध में शाहजहाँ से टक्कर ली और उन इतिहासकारों का ज़िक्र करती हैं जिन्होंने भारतीय इतिहास को गलत दिशा दी. साथ ही, हमने पूछा कि क्या औरंगज़ेब ने मंदिर निर्माण के लिए धन दिया था, धार्मिक विवादों का समाधान क्या है, और NCERT की किताबों में उन्होंने क्या बदला गया अगर पिछला हिस्सा नहीं सुना, तो ज़रूर सुनें.
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जब पढ़ाकू नितिन पॉडकास्ट की शुरुआत हुई, हमारा उद्देश्य था इतिहास जैसे जटिल विषयों को सरल और निष्पक्ष रूप से आप तक पहुंचाना. इतिहास की खूबी यह है कि वह समय के साथ बदलता रहता है—नई जानकारियां और बदलते नज़रिए पुरानी धारणाओं को चुनौती देते हैं. आज के एपिसोड में हमारे साथ हैं जानी-मानी इतिहासकार डॉ. मीनाक्षी जैन. राम, अयोध्या, सती, और कृष्ण जैसे विषयों पर उनकी साक्ष्य-आधारित किताबों ने इतिहास की नई समझ दी है. 2020 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया. हमने उनसे सवाल किए—सती प्रथा का सच क्या है? मंदिर तोड़ने की शुरुआत कब हुई? क्या बौद्ध स्तूपों को तोड़कर मंदिर बनाए गए? और उर्दू का विकास कैसे हुआ? इन सवालों के जवाब जानने के लिए सुनिए पूरा एपिसोड
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भारत में बहुत कम लोग हैं जिनके नाम के साथ IIT, IPS, और बेस्टसेलर लेखक जैसी उपलब्धियां जुड़ती हैं और उनमें से एक हैं आलोक लाल. 35 साल पुलिस फोर्स को सेवा देने वाले, दो बार राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित और True Crime जॉनर में बेस्टसेलर The Barabanki Narcos के लेखक. उनकी किताबें केवल घटनाओं का विवरण नहीं, बल्कि एक कला प्रेमी के दिल से लिखी कहानियां हैं. सेवा के दौरान पेंटिंग प्रदर्शनियां लगाने वाले आलोक लाल ने यूपी के बाराबंकी से अफीम के धंधे का सफाया किया, कई बड़े केस सुलझाए और जानलेवा हमलों का सामना किया. पढ़ाकू नितिन में उन्होंने बताया कि क्यों मुलायम सिंह यादव ने उनके लिए विधायकों को डांटा और किस गिल्ट ने उन्हें अब तक नहीं छोड़ा.
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नए साल की देरी से ही सही, शुभकामनाएं! 2025 में भी इतिहास और मिथकों के बीच की खाई को समझना उतना ही मुश्किल है. इसी पर चर्चा के लिए हमारे आज के एपिसोड में हैं डॉ. रुचिका शर्मा, जो मध्यकालीन भारतीय इतिहास की विशेषज्ञ हैं. JNU से PhD, कई भाषाओं की जानकार और अपने अनोखे अंदाज़ में इतिहास पर बात करने वाली रुचिका से हमने धार्मिक स्थलों के विवाद, मंदिरों के विध्वंस, सोमनाथ मंदिर, और अकबर से जुड़े मिथकों पर चर्चा की, आराम से सुनें और इतिहास की परतें खोलें!
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बीते साल हमने कई विषयों पर चर्चा की, मशहूर लेखकों, कलाकारों, राजनयिकों और विशेषज्ञों से बातचीत की. इस विशेष एपिसोड में हमने अलग-अलग जॉनर के उन हिस्सों को समेटने की कोशिश की है, जिन्हें आपने सबसे ज़्यादा पसंद किया और सराहा. हमने शेर सिंह राणा से तिहाड़ में अफ़जल गुरू के साथ बिताए उनके अनुभवों के बारे में पूछा. मानव कौल से जाना कि उन्होंने एक किताब के कवर के लिए कपड़े क्यों उतार दिए. कृष अशोक ने वेज, नॉन वेज और वीगन खानों के बीच के फ़र्क को स्पष्ट किया. दीपक वाधवा ने इन्वेस्टमेंट के फंडे दिए. अक्षत गुप्ता ने हमें नागाओं की अनोखी दुनिया से परिचित कराया. सुनिए पढ़ाकू नितिन का ये स्पेशल एपिसोड.
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सोना इतना क़ीमती क्यों है, सोने को समृद्धि से जोड़कर क्यों देखा जाता है, भारत कितना सोना आयात करता है और सोना खरीदने को लेकर लोग इतने उतावले क्यों रहते हैं, सोना या उससे बने गहने ख़रीद कर रखना क्या घाटे का सौदा है, धर्मों में सोने को इतनी अहमियत क्यों, सोना इतना महंगा क्यों है, साउथ अफ्रीका में सबसे ज्यादा सोने की खदानें हैं, लेकिन क्या वो सोना भी अमूल्य हीरे की तरह लैब में बनाया जा सकता है, मिडिल ईस्ट में सोने का क्रेज़ इतना क्यों है, सोने का कहां-कहां इस्तेमाल हो रहा है, सोने के दाम कैसे तय होते हैं, विदेशों से सोना देश में कैसे आता है, बाजार तक कैसे पहुंचता है, कैरेट में इसकी शुद्धता कैसे तय होती है, इन्वेस्टमेंट के लिहाज से सोना कैसे खरीदें और डिजिटल गोल्ड क्या बला है? समझिए सोने का इतिहास, भूगोल और इकोनॉमिक्स समझिए 'पढ़ाकू नितिन' के इस एपिसोड में MyGold के Founder अमोल बंसल से.
प्रड्यूसर: कुंदन कुमार
साउंड मिक्सिंग: सचिन द्विवेदी -
कुछ ही महीनों पहले हमने इज़रायल-फिलिस्तीन संकट और अफ़गानिस्तान में तालिबान की वापसी पर बात की थी. अब साल के अंत में, एक और बड़ा अंतरराष्ट्रीय संकट सामने है—सीरिया में विद्रोहियों ने तख़्तापलट कर राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से बेदखल कर दिया है. पचास वर्षों से सत्ता में काबिज़ असद परिवार इस बार विद्रोहियों के सामने टिक नहीं पाया. इस जटिल स्थिति को समझने के लिए हमने जियोपॉलिटिक्स विशेषज्ञ और सीनियर जर्नलिस्ट प्रकाश के रे को आमंत्रित किया है. इस एपिसोड में चर्चा करेंगे—बशर अल-असद की विफलता, सीरिया के टूटने से संभावित लाभार्थी, मिडिल ईस्ट में अस्थिरता, और इस घटना का भारत पर प्रभाव.
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हम सबको लगता है कि हमारा सेंस ऑफ ह्यूमर कमाल का है, लेकिन दोस्तों को हंसाना और अनजान लोगों को हंसाना दो अलग बातें हैं. स्टैंड-अप कॉमेडी मेहनत, टेक्निक और स्किल का काम है. हमारे साथ हैं संदीप शर्मा—स्टैंड-अप कॉमेडी का बड़ा नाम. उनके जुमले मीम बन जाते हैं, और उनकी आवाज़ कंटेंट के हर फॉर्म में गूंजती है. हम उनसे जानेंगे कि कॉमेडी फनी से फूहड़ कब बनती है, स्टैंड-अप का इतिहास और वर्तमान क्या है, और क्या गाली दिए बिना कॉमेडी हो सकती है.
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हमने पढ़ाकू नितिन के इतिहास में अब तक का सबसे लंबा एपिसोड रिकॉर्ड किया है, और वो भी शेर सिंह राणा के साथ! जिस इंसान की ज़िंदगी पर फ़िल्म बन रही हो, उसका पॉडकास्ट तो खास होगा ही. पिछले एपिसोड में राणा ने फूलन देवी हत्या कांड की वो बातें बताईं, जो पुलिस जांच से बाहर थीं। तिहाड़ में उनके 13 साल, अफ़ज़ल गुरु से बातचीत, और स्पेशल सेल के अंदर की कहानियां – सब कुछ डीटेल में था.
इस एपिसोड में हमने तिहाड़ से भागने की माइन्यूट डीटेल्स, रॉ एजेंट लकी बिष्ट की जेल की मुश्किलें, और पप्पू यादव के जेल जिम का राज़ पूछा. अंत तक सुनेंगे तो जानेंगे कि अफ़गानिस्तान से पृथ्वीराज की अस्थियां लाने में राणा कितनी बार मरते-मरते बचे, ये एपिसोड भी लंबा है, तो इसे 1.5x पर सुनने का सुझाव है!
Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. -
आज का एपिसोड खास है, क्योंकि हमारे मेहमान शेर सिंह राणा हैं. कोर्ट ने उन्हें फुलन देवी की हत्या का दोषी पाया, उन्होंने तिहाड़ जेल में 13 साल बिताए और जेल तोड़कर भागने वाले दूसरे व्यक्ति बने. अफगानिस्तान जाकर पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां लाने, अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने और ‘जेल डायरी: तिहाड़ से काबुल कंधार तक’ नामक किताब लिखने जैसे कारनामे उनके नाम हैं.
शेर सिंह राणा को कुछ लोग नायक मानते हैं, तो कुछ खलनायक. आज, हम उनसे उनके जीवन के अनछुए पहलुओं, जेल के अनुभवों, अफजल गुरु से हुई बातचीत, और विवादों पर उनके हिस्से का सच जानेंगे.
Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. -
पढ़ाकू नितिन' के इस एपिसोड में चर्चा है इक़बाल चंद मल्होत्रा की किताब The Nuke, The Jihad, The Hawalas and Crystal Meth पर. जानिए, कैसे पाकिस्तान अफ़गानिस्तान के ड्रग्स कारोबार को नियंत्रित कर रहा था, दाऊद इब्राहिम का ISI से कनेक्शन, क्रिस्टल मेथ का रॉ मटीरियल अफ़गानिस्तान में कैसे मिला, और चीन भारत से किस बात का बदला लेने की कोशिश कर रहा है.
Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. -
हमारे पढ़ाकू नितिन का स्टूडियो छोड़कर बाहर शूट करने का मौका कम ही आता है, लेकिन आज का दिन खास है, और मेहमान उससे भी खास. हमारे साथ हैं इकबाल चंद मल्होत्रा, जो पहले भी दो बार हमारे शो में आ चुके हैं और जिनकी किताबें हमेशा हमारी रुचि का केंद्र रही हैं. उनकी नई किताब, .The Nukes, the Jihad, the Hawalas, and Crystal Meth: A Tale of Treachery., जल्द ही रिलीज़ होने वाली है. इस किताब में पाकिस्तान, अफ़गानिस्तान, तालिबान, अमेरिका, रूस, ड्रग्स कार्टेल और परमाणु बम जैसे गहन मुद्दों का विवरण है. पिछले एपिसोड में हम पाकिस्तान के परमाणु बम पर रुके थे.
Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. -
हम अक्सर फिल्मों और किताबों में पढ़ते हैं कि किसी ने सात समुंदर पार किया या पहाड़ लांघा, पर असल में इन चुनौतियों का एहसास तभी होता है जब हम खुद उनका सामना करें. मध्य प्रदेश के सीहोर की मेघा परमार ने इसको सच कर दिखाया है—वह राज्य की पहली महिला हैं जिन्होंने 22 मई 2019 को माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की. गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने वाली मेघा MP की कई योजनाओं की ब्रांड एंबेसडर भी रही हैं. आज हमारे साथ हैं और हम जानेंगे कि ऑक्सीजन खत्म होने पर उन्होंने एवरेस्ट पर अपनी जान कैसे बचाई और क्यों वह बार-बार अपनी जान जोखिम में डालती हैं, सुनिए ‘पढ़ाकू नितिन’ में.
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हाल के दिनों में हमने पढ़ाकू नितिन में इज़राइल-हमास युद्ध पर चर्चा की, जिसे आप सभी ने सराहा और अपनी कुछ नाराज़गी भी जाहिर की. आज एक बार फिर इसी मुद्दे पर बात कर रहे हैं. युद्ध की समाप्ति के कोई साफ संकेत नहीं हैं; अंतरराष्ट्रीय मंचों पर शांति की बात हो रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.
हमारे साथ हैं इंडिया टुडे टीवी के वार कॉरेस्पोंडेंट गौरव सावंत, जो हाल ही में इज़राइल से लौटे हैं. गौरव हाइफ़ा, तेल अवीव, और लेबनान की सीमा तक गए, वहाँ 15 दिन बिताए और ग्राउंड ज़ीरो से रिपोर्टिंग की. 7 अक्टूबर के हमले के अगले ही दिन, वे भारत के पहले पत्रकार थे जो वहाँ पहुंचे. आइए, उनसे जानें कि क्या वजह है जो इज़राइल अब तक युद्ध जारी रखे हुए है, और उन्होंने कैसे अपनी जान जोखिम में डाल कर रिपोर्टिंग की
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15 अगस्त 1947 को देश आज़ाद हुआ, लेकिन कुछ हिस्सों की आज़ादी की तारीख अलग है. हैदराबाद 17 सितंबर 1948 को भारत का हिस्सा बना, गोवा 19 दिसंबर 1961 को आज़ाद हुआ और दादरा नागर हवेली 2 अगस्त 1954 को पुर्तगालियों से मुक्त हुआ. हमें भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में तो पता है, लेकिन दादरा नागर हवेली के स्वतंत्रता सेनानियों ने कैसे संघर्ष किया, आज़ादी पाई और लगभग एक दशक बाद भारत का हिस्सा बने, यह कम लोग जानते हैं. इसकी कहानी बताई गई है किताब "Uprising: The Liberation of Dadra and Nagar Haveli" में, जिसे वेस्टलैंड नॉन-फिक्शन ने प्रकाशित किया है. इसके लेखक निलेश कुलकर्णी हैं, जो मैनेजमेंट के शिक्षक, पब्लिक स्पीकर, और कवि भी हैं. निलेश से हमने पूछा कि पुर्तगालियों के पास यह भारतीय हिस्सा कैसे पहुंचा, आज़ादी के बाद नेहरू ने इस राज्य की आज़ादी में क्यों दिलचस्पी नहीं दिखाई, लता मंगेशकर और मोहम्मद रफ़ी का इस आज़ादी की लड़ाई से क्या रिश्ता है, और इसके लिबरेशन में RSS की क्या भूमिका रही.
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इस एपिसोड में हम दिल टूटने और उससे उबरने की बात करेंगे. हमारे साथ हैं हर्षिता गुप्ता, जो सोशल मीडिया पर काफी फ़ेमस हैं. आपने उन्हें इंस्टाग्राम पर देखा होगा और उनके रिल्स शेयर भी किए होंगे. आज वो आपको कुछ खास टिप्स देंगी जिससे आप ब्रेकअप के दर्द से जल्दी उबर सकें. 'पढ़ाकू नितिन' में हमने उनसे पूछा कि दोस्ती और प्यार का घालमेल को कैसे संभालें, एक्स से टच में रहने के नुकसान क्या हैं और ब्रेकअप के बाद कब थैरेपिस्ट की मदद लेनी चाहिए, अंत तक पूरी बताचीत ज़रूर सुनिएगा.
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7 अक्टूबर 2023 को हमास के अप्रत्याशित हमले के बाद, इजरायल और मध्य पूर्व में महायुद्ध की शुरुआत हो गई है, जिसमें अब तक 42,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. गाजा से शुरू हुई ये जंग अब लेबनान और ईरान तक फैल चुकी है. अमेरिका के लिए इजरायल एक मुश्किल मामला बन गया है और भारत के लिए भी यह सवाल खड़ा है कि वह किसका समर्थन करे. इस संकट पर चर्चा करने के लिए, पढ़ाकू नितिन में हमने वरिष्ठ पत्रकार और अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार प्रकाश के रे को बुलाया है. उनसे जानेंगे कि इजरायल का अगला कदम क्या होगा और बदलते हालात में भारत की विदेश नीति कैसी होनी चाहिए.
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पिछले एक साल से इज़रायल, फिलिस्तीन, लेबनान, यमन और ईरान लगातार सुर्खियों में हैं. इज़रायल के हमलों और ईरान की मिसाइलों से तनाव और बढ़ गया है. हिज़बुल्लाह के नेता मारे जा चुके हैं, और अक्टूबर से शुरू हुई ये लड़ाई अब भी जारी है. 'पढ़ाकू नितिन' में हमने पूर्व भारतीय राजनयिक राजीव सीकरी से इस संघर्ष के जड़, इज़रायल और ईरान की रणनीति, और भारत की भूमिका पर बात की है.
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